पुणे न्यूज डेस्क: पिंपरी-चिंचवड़ की साइबर पुलिस ने एक बड़ी आईटी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि हिंजवाड़ी स्थित एक आईटी कंपनी के चार कर्मचारियों ने गोपनीय डाटा चुराकर कंपनी को करीब 82 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक, यह धोखाधड़ी अप्रैल 2024 से अगस्त 2025 के बीच हुई।
कंपनी के प्रतिनिधि ने बुधवार को शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। इन कर्मचारियों ने कंपनी के सोर्स कोड और सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस चुराए और फिर खुद की कंपनी खोल ली। चोरी किए गए कोड और सॉल्यूशंस का इस्तेमाल करके उन्होंने 100 से ज्यादा वेबसाइट्स बनाईं और अवैध रूप से राजस्व कमाया।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इन फर्जी गतिविधियों से कंपनी के कारोबार पर सीधा असर पड़ा और भारी आर्थिक नुकसान हुआ। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 316 (आपराधिक विश्वासघात), 318 (धोखाधड़ी) और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
साइबर पुलिस के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि धोखाधड़ी का दायरा कितना बड़ा है और क्या इसमें अन्य लोग भी शामिल हैं। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं। यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि आईटी कंपनियों के लिए बौद्धिक संपदा और डेटा की सुरक्षा आज भी बड़ी चुनौती बनी हुई है।